1- द्वतीय विश्व युद्ध की शुरुआत से ही रूस ऑटोमेटिक राइफलों और निशानेबाजों के लिए के लिए बेहतरीन स्नाइपर रायफल तैयार करने में माहिर रहा है। रूस में सैन्य हथियारों, ऑटोमेटिक तोप और अनेक प्रकार के नागरिक हथियार उत्पादों जैसे शॉटगन, स्पोर्टिंग राइफल तथा मशीनी औजारों का सबसे बडा उत्पादक कारखाना है।
2- रूस के शहर इझेव्स्क को लोग बन्दूक बनाने वाले कारीगरों के ऐतिहासिक शहर के रूप में जानते हैं। असाल्ट राइफल एक47 को बनाने के लिए इझमाश नाम के मशीनी कारखाने की स्थापना 1807 में मास्को से 600 मील उत्तर-पूर्व में इझेव्स्क नगर में की गई थी।
3- इझमाश अपने आप में इकलौता ऐसा मशीनी कारखाना है जिसे एक 47 असाल्ट राइफल तैयार करने के लिए ही बनाया गया है। वर्ष 2013 में इझमाश कम्पनी और इझेव्स्क मशीन निर्माण कारखाने के विलय के बाद एक नई कंपनी का निर्माण हुआ जिसका नाम एक 47 के जन्मदाता कलाशनिकोव के नाम पर रखा गया।
4- द्वतीय विश्वयुद्ध के दौरान एक युवा टैंक चालक मिखाइल कलाशनिकोव भी दुश्मनों से मोर्चा लेने के लिए गया था। युद्ध में वह बुरीतरह जख्मी हो गया। उसके साथियों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। अस्पताल में अपने इलाज के दौरान मिखाइल सिर्फ एक ही बात सोच रहे थे कि अपनी सेना को अच्छे हथियार केसे दिए जाएं।
5- कलाशनिकोव ने इंजीनियरिंग नहीं की थी पर उन्होंने हथियारों के बारे में सोचना कभी नही छोड़ा। हथियारों के नये-नये डिजाइन तैयार करना उनका परीक्षण करना और विशेषज्ञों के साथ हथियारों पर चर्चा करना उन्होंने शुरु कर दिया। आखिर में मिखाइल को एक हथियार डिजाइन करने वाली कंपनी में नौकरी मिल गई। जहां उन्होंने पेशेवर हथियार निर्माताओं से हथियारों के बारे में सीखना शुरु कर दिया।
6- मिखाइल ने कई हथियारों के डिजाइन बनाए। सैकड़ो डिजाइन असफल होने के बाद बाद आखिरकार 1947 में वह समय आया जब एक रक्षा उपकरण खरीद एजेंसी ने एक प्रतियोगिता के दौरान मिखाइल के असाल्ट राइफल के डिजाइन को स्वीकार किया। मिखाइल ने इस राइफल का नाम एक 47 रखा। क्योंकि इसे 1947 में तैयार किया गया था।
7- एक 47 की कॉपी बनाने की कोशिश कई मुल्कों ने की पर कोई कामयाब नही हो सका। हथियारों की दुनिया में असाल्ट राइफल में एक 47 का नाम सबसे बेहतरीन राइफल्स में से एक है। इसकी मारक क्षमता किसी भी अन्य राइफल से कई गुना ज्यादा है।
8- 1949 में एक 47 को रूसी सेना के लिए चुना गया है। इसके लिए उन्हें गौरवशाली स्तालिन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। इझमाश के उत्पादों का निर्यात 27 देशों में किया जाता है। जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, नॉर्वे, इटली, कनाडा, कजाखस्तान तथा थाइलेंड शामिल हैं।
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