भारत के राष्ट्रपति की तलाशी
भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम 29 सितंबर, साल 2011 को अमेरिका दौरे के बाद भारत लौट रहे थे। तभी न्यूयॉर्क जेएफ कैनेडी हवाई अड्डे पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उनके प्राइवेट विमान में घुसकर उनकी तलाशी लेनी शुरू कर दी। तब अमेरिकी अधिकारियों के इस सख्त रवैये का एअर इंडिया के चालक दल ने खूब विरोध किया, मगर उसका कोई असर नहीं हुआ।
भारत का सख्त रवैया
इस बात को लेकर भारत का भी सख्त रवैया देखा गया, भारतीय विदेश मंत्रालय ने उस समय कहा कि यह अस्वीकार्य है और अगर इस तरह की घटनाएं नहीं रोकी गईं तो अमेरिकी अधिकारियों को भी तलाशी से गुजरना पड़ सकता है।' इस बात का ध्यान दते हुए अमेरिकी अधिकारियों ने तुरंत जवाबी कदम उठाया और नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की ओर से एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि अमेरिकी सरकार कलाम का पूरा सम्मान करती है।
बाद में मंगनी पड़ी माफी
अमेरिका ने कलाम और भारत सरकार से इस संबंध में लिखित तौर पर खेद जताया और माफी मांगी। अमेरिका ने माना कि न्यूयॉर्क के जेएफके हवाई अड्डे पर विशेष व्यक्तियों की सुरक्षा जांच के मानकों का ठीक तरीके से पालन नहीं हुआ। उस समय अमेरिकी दूतावास ने कहा 'जेएफ कैनेडी हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के दौरान पूर्व राष्ट्रपति कलाम को हुई असुविधा पर हमें गहरा खेद है। इस बारे में इंतजाम किए जा रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की घटना फिर न हो।'
इन भारतीय वीवीआइपी की भी हो चुकी चेकिंग
गौरतलब है कि अमेरिकी हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच के नाम पर बदसलूकी के अनुभवों से पहले कई भारतीय वीवीआइपी गुजर चुके हैं। इनमें वर्ष 2003 में रक्षा मंत्री रहते हुए जार्ज फर्नाडीस और नागरिक उड्डयन मंत्री के तौर पर प्रफुल्ल पटेल शामिल हैं। इसके अलावा अन्य भारतीय की बात करें तो बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और इमरान खान को भी अमेरिकी एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा जांच का सामना करना पड़ा है।
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