फाइनल में आमने-सामने होंगी स्पेन और इटली की टीमें. स्पेन मौजूदा चैम्पियन है और 2010 में हुए विश्व कप फुटबॉल का खिताब भी उसी ने जीता था.
इटली ने आखिरी बार यूरो कप का खिताब वर्ष 1968 में जीता था. आखिरी बार इटली की टीम वर्ष 2000 में यूरो कप के फाइनल में पहुँची थी, लेकिन अतिरिक्त समय तक खिंचे फाइनल में फ्रांस ने उसे हरा दिया था.
मौजूदा चैम्पियन स्पेन की टीम इस बार भी यूरो कप जीतकर एक नया रिकॉर्ड बनाना चाहेगी. अगर स्पेन इस बार यूरो कप का खिताब जीतता है, तो ये पहली बार होगा कि कोई टीम लगातार तीन बड़े खिताब जीतेगी.
इटली ने जहाँ सेमी फाइनल में जर्मनी को 2-1 से हराकर बड़ा उलटफेर किया था, वहीं स्पेन को फाइनल तक पहुँचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा और टीम पेनल्टी शूट आउट में ही पुर्तगाल को हरा पाई.
रणनीति
इटली के कोच सीजारे प्रांदेली मानते हैं कि स्पेन को हराना आसान नहीं होगा, लेकिन कहते हैं कि उनकी टीम की अपनी रणनीति हैं.
उन्होंने कहा, "हम स्पेन की कमजोरियों पर नजर रखे हुए हैं. हम उस पर काम भी कर रहे हैं. लेकिन ये आसान नहीं होगा. वे विश्व और मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन हैं."
ग्रुप सी के मैच में इटली और स्पेन का मैच 1-1 से बराबर रहा था. उस मैच में सेस फेब्रिगास ने अपनी टीम की ओर से गोल किया था.
लेकिन फाइनल में टीम की ओर से अटैक करने वाले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कौन होगा, इस पर कोच डेल बॉस्क के मन में संशय लगता है. क्योंकि आयरलैंड और क्रोएशिया के खिलाफ मैच में फर्नांडो टोरेस ने टीम के आक्रमण की अगुआई की और अच्छा खेल दिखाया.
उत्साह
दूसरी ओर इटली के मारियो बलोटेली जबरदस्त फॉर्म में हैं. जर्मनी के खिलाफ मैच में दोनों गोल मारने वाले बलोटेली से इटली को काफी उम्मीदें हैं. इस समय वे तीन गोल के साथ यूरो कप 2012 के टॉप स्कोरर्स में से एक हैं.
लेकिन स्पेन की टीम इतिहास रचने का ये मौका नहीं खोना चाहेगी. अपने खूबसूरत खेल और शानदार पास की बदौलत स्पेन ने सबका दिल जीता है. इस बार भी स्पेन को उम्मीद है कि उनका शानदार खेल उन्हें यूरो कप जिताएगा.
टीम के सेंटर बैक सर्जियो रामोस कहते हैं, "हम ट्रॉफी जीतकर नया रिकॉर्ड बनाने को लेकर काफी उत्साहित हैं. लेकिन हम मैच का आनंद भी लेना चाहते हैं. हम फाइनल में पहुँचे हैं और ये भी बड़ी उपलब्धि है."
स्पेन की टीम अनुशासित है और इटली की टीम उलटफेर करने में माहिर. तो देखिए इस बार किसकी जीत होगी है.