नई दिल्ली (पीटीआई)। इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स जो 2019 वल्र्डकप में इंग्लैंड की जीत के हीरो रहे थे। उन्होंने अब पिछले कुछ मैचों को लेकर बड़े खुलासे किए हैं। हेडलाइन बुक्स द्वारा प्रकाशित और हैचेट इंडिया द्वारा वितरित अपनी नई पुस्तक 'ऑन फायर' में स्टोक्स ने विश्व कप में इंग्लैंड के प्रत्येक खेल का विश्लेषण किया। इस दौरान स्टोक्स ने भारत बनाम इंग्लैंड मैच का भी जिक्र किया, जो भारत 31 रन से हार गया था। इस मुकाबले में स्टोक्स को भारत के तीन बड़े बल्लेबाजों रोहित शर्मा, विराट कोहली और एमएस धोनी की बैटिंग समझ में नहीं आई।
भारत-इंग्लैंड मैच को लेकर किए खुलासे
यह मुकाबला बॄमघम में खेला गया था जिसमें इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए 337 रन का विशाल स्कोर बनाया। भारत के रन चेज को लेकर कप्तान कोहली की रणनीति से स्टोक्स चकरा गए थे। इस इंग्लिश ऑलराउंडर का कहना है, उन्हेंं विराट कोहली और रोहित शर्मा की बैटिंग अप्रोच काफी "रहस्यमयी" लगी वहीं महेंद्र सिंह धोनी के अंदर जीतने की ललक नहीं दिखी। उन्होंने कहा, "भारत को 11 ओवरों में 112 रनों की जरूरत थी, उस वक्त क्रीज पर धोनी थे मगर वह छक्कों की तुलना में सिंगल रन ज्यादा ले रहे थे। यहां तक कि एक दर्जन गेंदें शेष रहते हुए भी भारत जीत सकता था।'
धोनी जीतने के लिए रन रेट के लिए खेल रहे थे
स्टोक्स ने अपनी प्रकाशित किताब में लिखा, "उनका (धोनी) या उनके साथी केदार जाधव में किसी में जीतने का जज्बा नहीं दिखा।' स्टोक्स कहते हैं, कि इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम ने हम सभी महसूस कर रहे थे कि धोनी मैच को अंत तक ले जाने की कोशिश कर रहे थे ताकि रन-रेट बरकरार रहे। धोनी 31 गेंदों में 42 रन बनाकर नाबाद रहे लेकिन इसमें ज्यादा रन तो उन्होंने मैच के अंतिम ओवरों में बनाए।' स्टोक्स की मानें तो इंग्लिश ड्रेसिंग रूम में धोनी को लेकर सिर्फ एक बात चलती है कि, माही हमेशा एक ही तरह से खेलते हैं। उनको पता था कि भारत जीत न सके मगर कम से कम नेट रन रेट अच्छा रहे।
रोहित-विराट की पार्टनरशिप में नहीं दिखा दम
भारत के खिलाफ उस मैच में इंग्लैंड के नए गेंदबाज क्रिस वोक्स और जोफ्रा आर्चर ने रोहित और कोहली के खिलाफ जबरदस्त बल्लेबाजी की थी। रोहित-विराट ने 138 रन की पार्टनरशिप बनाने के लिए 27 ओवर लिए थे। इसको लेकर स्टोक्स कहते हैं, 'जिस तरह से रोहित शर्मा और विराट कोहली खेल रहे थे, वह रहस्यपूर्ण था। मुझे पता है कि हमने इस दौरान शानदार गेंदबाजी की, लेकिन जिस तरह से वे बल्लेबाजी कर रहे थे वह अजीब लगा था। उनके अंदर हमारी टीम पर कोई दबाव डालने की इच्छा नहीं दिखी।'
कोहली का बहाना सबसे अलग
स्टोक्स ने यह भी लिखा कि छोटी बाउंड्री के बारे में कोहली ने जो तर्क दिया था, वह "थोड़ा अजीब" लग रहा था। मैच के बाद कोहली ने कहा था कि, इंग्लैंड को छोटी बाउंड्री का फायदा मिला। इस पर स्टोक्स लिखते हैं, 'मैंने एक मैच के बाद ऐसी विचित्र शिकायत कभी नहीं सुनी। यह वास्तव में सबसे खराब शिकायत है जिसे आप कभी भी कर सकते हैं। दोनों टीमों को वहां बल्लेबाजी करनी है, और एक ही नंबर की गेंद मिलती है, इसलिए मैदान की चौड़ाई एक टीम या दूसरे के लिए कैसे फायदेमंद हो सकती है।'
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