अनोखी दुकान चेन्नई में
अंग्रेजी वेबसाइट द न्यूज मिनट के अनुसार जी हां चाय की यह अनोखी दुकान भारत के चेन्नई शहर के अड्यार में हैं। शिकागो टी स्टॉल नाम से खुली इस दुकान के मालिक का नाम सुकमारन है। सुकमारन की दकान पर हर दिन बडी संख्या में ग्राहक चाय पीने आते हैं। इस दुकान में आने वाले कई कस्टमर तो 10 साल से ज्यादा पुराने कस्टमर हो चुके हैं। इन पुराने कस्टमर का कहना है कि सुकमारन की दुकान की चाय इतनी अच्छी होती है कि उसकी खूशबू और स्वाद उन्हें यहां खींच लाता है। वहीं सुकमारन की दुकान पर आने वाले कस्टमर ही नहीं यहां काम करने वाले कर्मचारी भी काफी खुश रहते हैं।
सोने की अंगूठी देते
आखिर सुकमारन अपने कर्मचारियों को एक मल्टीनेशनल कंपनियों जैसी सुविधा जो देते हैं। यहां पर लोग नौकरी करने का मौका तलाशते हैं। सुकमारन प्रति दिन अपने हेड कुक को 740 रुपये और चाय बनाने वाले को 540 तथा दूसरे कर्मचारियों को 400-400 रुपये देते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं वह तीज त्योहारों पर कर्मचारियों को बोनस, खास मौकों पर सोने की अंगूठी जैसे आइटम देते हैं। इसके अलावा कर्मचारियों को रोजाना रहना खाना फ्री देने के साथ ही मई दिवस पर उन्हें 5 स्टार होटल में लंच भी कराते हैं।
कुछ ऐसा मेनू कार्ड
इसके अलावा वह उन्हें सालाना 2,000 कपड़ा भत्ता देते हैं। वहीं जो लोग साल में 300 दिन काम करते हैं उन्हें उपहार के रूप में 2 ग्राम सोने की अंगूठी मिलती है। जिससे उनकी दुकान के सभी कर्मचारी काफी खुश रहते हैं और अपना काम पूरी जिम्मेदारी से निभाते हैं। कुछ कर्मचारी तो ऐसे हैं जो पिछले दस वर्षों से सर्वर के रूप में काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे यहां पर काम करके बहुत खुश हैं। यहां पर मेनू बोर्ड के मुताबिक सिंगल टी 8 रुपये की, दो इडली की एक प्लेट 12 रुपये की और एग अप्पम की प्लेट 25 रुपये की है।
कर्मचारी हमेशा खुश रहें
वहीं चावल के भी कई आइटम हैं। यहां पर लेमन और टैमोटो राइस की प्लेट 30 से 40 रुपये के बीच की है। सुकमारन का कहना है कि उनके यहां हर दिन करीब 1000 हजार कस्टमर आते हैं। जिससे हर सप्ताह वह करीब 30,000 से 40,000 रुपये कमाते हैं। सुकुमारन तमिलनाडु में सीपीआई (एम) के एक सक्रिय सदस्य हैं। वह कहते हैं कि एक कम्युनिस्ट होने के नाते वह इस बात का पूरा ख्याल रखते हैं कि उनकी शहर में सभी 6 दुकानों के कर्मचारियों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। उनके कर्मचारी हमेशा खुश रहें।
33 साल पहले केरल से
वहीं दुकान के बारे में उनका कहना है कि वह 33 साल पहले केरल से तमिलनाडू में नौकरी की तलाश में आए थे। इस दौरान उन्होंने यहां पर कई चाय की दुकानों पर काम किया था। ऐसे में एक दुकान पर मालिक से उनका झगड़ा हो गया जिसके बाद उन्होंने अपनी खुद की चाय की दुकान खोल ली। वहीं तीन दशक पहले खुली इस दुकान का नाम शिकागो रखने के पीछे उनका कहना है कि 1864 में शिकागो में कर्मचारियों से 8 घंटे से ज्यादा काम न कराने की वजह से श्रमिक आंदोलन हुआ। जिससे प्रेरित होकर उन्होंने अपनी दुकान का नाम शिकॉगो टी स्टॉल रखा है।Interesting News inextlive from Interesting News Desk
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