जम्मू (एएनआई)। एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद से जम्मू में लगातार ड्रोन एक्टिविटी देखी जा रही है। पुलिस ने कहा कि बुधवार सुबह कालूचक और कुंजवानी में दो ड्रोन देखे गए हैं। पिछले एक हफ्ते में जम्मू में कम से कम पांच ड्रोन गतिविधियों की सूचना मिली है। सूत्रों का कहना है कि सीमा पार से ड्रोन हमले की साजिश रची जा रही है। आतंकी भारतीय सैन्य अड्डों को निशाना बनाने की फिराक में हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी इसके मकसद पुष्टि नहीं हुई है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि 27 से 28 जून की दरमियानी रात को जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ रत्नुचक-कालूचक सैन्य स्टेशन के पास दो ड्रोन उड़ते देखे गए थे। हालांकि अलर्ट सैनिकों ने उनकी गतिविधियों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया था।
रविवार को ड्रोन से किए गए थे दो धमाके
जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार की सुबह ड्रोन से दो धमाकों को अंजाम दिया गया। भारतीय वायु सेना ने बताया कि एक विस्फोट में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा जबकि दूसरा एक खुले क्षेत्र में विस्फोट हुआ। किसी उपकरण के क्षतिग्रस्त होने की सूचना नहीं है। इसमें दो कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। ड्रोन गतिविधियों को लेकर सभी सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर हैं। इसके अलावा जम्मू में ड्रोन हमले की जांच एनआईए को सौंपी गई है।
रक्षा मंत्री हालतों की पूरी निगरानी कर रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ हाई लेवल मीटिंग की। बैठक में पीएम मोदी ने रक्षा क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों पर चर्चा की। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जमीन पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। इससे पहले उन्हें इस मामले पर वायु सेना के उप प्रमुख द्वारा जानकारी दी गई थी और इस मुद्दे पर वायु सेना द्वारा लगातार अपडेट किया गया है।
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