वाशिंगटन/अंकारा (रॉयटर्स)। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की धमकी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को चेताया है। उन्होंने कहा है कि अगर ईरान अमेरिका को दोबारा धमकी देता है तो उसको यह बहुत भारी पड़ सकता है। ट्रंप ने रविवार को एक ट्वीट के जरिये कहा, 'अमेरिका को दोबारा धमकाने की कभी कोशिश मत करना। वरना, इतिहास में जो घातक परिणाम देखे थे, उससे भी खराब नतीजों का सामना इस बार करना पड़ सकता है, इसलिए सावधान रहो।'
युद्ध करना उतना ही खतरनाक
बता दें कि ट्रंप का यह ट्वीट उस जवाबी बयान के रूप में आया है, जिसमें रूहानी ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था, 'तेहरान खुद पहले युद्ध के लिए आगे नहीं बढ़ेगा लेकिन अगर अमेरिका ऐसा कुछ करने की सोचता है तो वह पीछे भी नहीं हटेगा।' इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि हमारे दुश्मनों को यह समझ लेना चाहिए कि हमारे साथ शांति बनाए रखना जितना फायदेमंद है, युद्ध करना उतना ही खतरनाक होगा।' इसके बाद ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के वरिष्ठ कमांडर ने भी ट्रंप की धमकियों को तेहरान के खिलाफ 'मनोवैज्ञानिक युद्ध' बताया है।
नई शर्तो के साथ परमाणु समझौता
बता दें कि परमाणु समझौता खत्म किये जाने के बाद से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है। अमेरिका अब ईरान पर नई शर्तो के साथ परमाणु समझौता करने का दवाब डाल रहा है लेकिन ईरान इसके लिए तैयार नहीं है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच अब तक कई जुबानी हमले हो चुके हैं। ईरानी संसद के स्पीकर अली लारीजानी ने कुछ दिनों पहले अमेरिकी कदमों की खूब आलोचना की थी। गौरतलब है कि ईरान, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों - ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका के बीच जुलाई 2015 में जेसीपीओए समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत ईरान आर्थिक मदद और खुद पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने की एवज में अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को रोकने पर सहमत हुआ था।
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