वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि जब उन्होंने उत्तर कोरिया की धरती पर पांव रखा और प्रायद्वीप को विभाजित करने वाले क्षेत्र में किम जोंग-उन के साथ ऐतिहासिक मुलाकात की तो उत्तर कोरिया के कई लोगों के आंसू निकल आये। बता दें कि रविवार को ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ डीमिलिट्राइज्ड जोन (डीएमजेड) का दौरा और दोनों देशों के बीच सीमा पर तैनात सैनिकों से भी मुलाकात की। इसके बाद उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने ट्रंप को सीमा पार करके उनके देश में घुसने का न्योता दिया। किम के इस प्रस्ताव को ट्रंप ने स्वीकार किया और सीमा पार करके वह उत्तर कोरिया में चले गए। इसी तरह उत्तर कोरिया में पैर रखने वाले डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले राष्ट्रपति भी बन गए हैं।
साउथ कोरिया में दोनों ने की बैठक
फोटो खिंचवाने के बाद, ट्रंप और किम ने दक्षिण कोरिया के सीमावर्ती शहर पनमुनजोम के फ्रीडम हाउस में एक द्विपक्षीय बैठक की। किम से मुलाकात के बाद ओसान एयर बेस पर अमेरिकी सैनिकों से ट्रंप ने कहा, 'मैंने उत्तर कोरिया में कदम रखा और लोग कह रहे हैं कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है। मैंने कई कोरियाई लोगों को आंसू बहाते हुए देखा।' बता दें कि ट्रंप रविवार को ही वापस अमेरिका लौट आए।
अमेरिका : हैंगर में घुसने के बाद क्रैश हुआ प्राइवेट प्लेन, 10 लोगों की मौत
पहले दो बार एक दूसरे से मिल चुके हैं किम और ट्रंप
बता दें कि ट्रंप और किम ने पिछले जून में सिंगापुर में अपना पहला शिखर सम्मेलन आयोजित किया था, जहां दोनों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु नष्ट करने पर सहमति जताई थी। इसके बाद दूसरा शिखर सम्मेलन फरवरी में हनोई में आयोजित किया गया लेकिन बैठक विफल रही क्योंकि दोनों नेता अपनी परेशानियों का हल ढूंढ़ने में असमर्थ रहे। दरअसल, अमेरिका चाहता था कि उत्तर कोरिया तत्काल प्रभाव पर अपने परमाणु हथियारों नष्ट करे लेकिन किम जोंग ने इसके बदले में ट्रंप के सामने प्योंयांग में लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को तुरंत हटाने की शर्त रख दी थी। यही कारण रहा कि दोनों नेताओं के बीच किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई।
International News inextlive from World News Desk