लखनऊ (पीटीआई)। Coronavirus : उत्तर प्रदेश के महोबा जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोन वायरस से जंग लड़ने के लिए एक एयर टाइट कैबिन डिजाइन किया है जो इस लड़ाई में कारगार साबित हो सकता है। कोरोना संदिग्धों की जांच करते वक्त खुद संक्रमित न हो सकें इसके लिए सैंपल कलेक्शन बूथ या कैबिन तैयार किया गया है। इस कैबिन को उन्होंने नाम दिया है, 'सैंपल कलेक्शन कैबिन'। कैबिन का स्ट्रक्चर कानपुर के एक डाॅक्टर से व दक्षिण कोरिया में जांच केंद्र की सुविधाओं से प्रेरित है। इस कैबिन को डिजाइन करने के पीछे कई बड़े डाॅक्टरों की पूरी टीम है। इसमें महोबा जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आर पी मिश्रा, डॉक्टर गुलशेर अहमद, डॉक्टर नरेंद्र और डॉक्टर योगेंद्र शामिल हैं।

जांच सैंपल बूथ इस स्ट्क्चर को ध्यान में रख कर बनाया गया

सीएमएस ने कहा, 'हमने कानपुर में एक डॉक्टर द्वारा बनाए गए कैबिन स्ट्रक्चर में सुधार किया है। इसके बारे में हमें अखबारों के जरिए पता चला था। हमने उस कैबिन स्ट्क्चर को बनाने में कई कठिनाइयों का सामना किया है और उन्हें दूर करने के लिए हमे बहुत प्रयास करने पड़े। इस काम में हमें कुछ लोगों के सुझाव भी मिले।' इस कैबिन में दो छेद होते हैं जिसके माध्यम से डॉक्टर स्वैब सैंपल इकट्ठा करने के लिए अपने हाथों को कैबिन से बाहर निकालते हैं। इस होल में लंबी स्लीव वाला दस्ताना भी अटैच है।

इस तरह काम करेगी सैंपल कलेक्शन बूथ

डाॅक्टर गुलशेर अहमद ने एजेंसी से रविवार को बताया, 'यह कैबिन दक्षिण कोरिया में एक जांच सुविधा केंद्र की तस्वीरों से इंस्पायर होकर बनाया गया है जिसे हमने इंटरनेट पर देखा था। इस तरह के कैबिन को लेकर जैसे ही हमारे दिमाग में विचार आया, हमने अपने सीएमएस से बात की। उन्हें इस आइडिया के बारे में हमने बताया और फिर वो इससे सहमत हो गए।' ये कैबिन दो दिनों में बन कर तैयार हुआ है। जिन लोगों की जांच की जानी है वो बूथ या कैबिन के बाहर होंगे और उसके अंदर मेडिकल टीम मौजूद होगी। बता दें कि कैबिन के अंदर मौजूद डाॅक्टर्स पीपीई किट पहने होंगे और सैंपल्स इकठ्ठा करेंगे। सैंपल कलेक्ट करने के बाद एक टीम मेंबर बूथ को सेनेटाइज करता रहेगा। इस बूथ के जरिए डाॅक्टरों में संक्रमण को रोका जा सकेगा।

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