रोचक बातें सामने आईं
हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की एक स्टडी ने चप्पल जूतों पर शोध किया है। जिसमें चप्पल जूते घर के अंदर क्यों नहीं लाए जाते हैं इसको लेकर कई रोचक बातें सामने आई हैं। वैज्ञानिक कारणों के मुताबिक हमारे चप्पल जूतों में बड़ी संख्या में बैक्टीरिया पाए जाते हैं। जो कि घर के अंदर प्रवेश करने पर सेहत और खाने पीने की चीजों पर हमला करते हैं।
7 तरह के बैक्टीरिया
जूतों-चप्पलों में 7 अलग-अलग तरह के 27% बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इतना ही नहीं हर चप्पल जूते में करीब 421,000 बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। ऐसे में जब यह घर के अंदर आते हैं तो 90% खाने और पानी में घुलमिल जाते हैं। इसका शरीर पर काफी असर पड़ता है। लोगों में बीमारियां फैलने लगती हैं। ऐसे में इन्हें घर से बाहर उतारने में ही सबकी भलाई होती है।
रीति और कल्चर से जुड़ा
इस संबंध में यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना माइक्रो बायोलॉजिस्ट केली रेनॉल्ड्स का कहना है कि सड़कों पर बेहद गंदगी होती है। इसके अलावा पब्लिक टॉयलेट्स में तो प्रति स्क्वायर इंच के हिसाब से 2 मिलियन बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इसीलिए लोगों ने इस नियम को रीति और कल्चर से जोड़ लिया। जिससे बड़ी संख्या में में लोग इसका पालन करते हैं। यह काफी अच्छा भी है।
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