जोकोविच ने शनिवार को यहां खेले गये सेमीफाइनल में फेडरर को 6-7, 4-6, 6-3, 6-2, 7-5 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया और इस वर्ष की अपनी 62वीं जीत के साथ यूएस ओपन के खिताबी मुकाबले का टिकट पा लिया जहां उनकी भिड़ंत विश्व नंबर दो स्पेंन के राफेल नडाल और ब्रिटेन के एंडी मरे के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगी.
तीसरी वरीय फेडरर ने फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में जोकोविच को चार सेट में हराया था जो इस वर्ष उनकी पहली हार थी. जोकोविच ने यहां गजब का जज्बा दिखाते हुए शुरुआत में पिछड़ने के बावजूद जबर्दस्त वापसी की और फेडरर के हाथों मिली रोलां गैरो की हार का बदला चुका लिया.
इस वर्ष प्रचंड लय में चल रहे जोकोविच हालांकि पहले दोनों सेट गंवा बैठे थे, लेकिन फिर उन्होंने तूफानी वापसी की और तीन घंटे 51 मिनट के मुकाबले में अपने से कहीं अधिक अनुभवी फेडरर को जमीन सूंघने पर मजबूर कर दिया.
16 ग्रैंड स्लैम खिताबों के विजेता फेडरर ने जानदार शुरुआत करते हुए 55 मिनट चला पहला सेट टाइब्रेक में 9-7 की बढ़त के साथ जीत दर्जकर दबदबा बनाने की कोशिश की और दूसरे सेट में उनकी 6-4 की जीत से लगने लगा कि फेडरर अपनी रणनीति में सफल हो रहे हैं, लेकिन तीसरे सेट में जोकोविच ने वापसी की तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा.
जोकोविच ने तीसरा और चौथा सेट बड़ी आसानी से मात्र 42 और 33 मिनट में निपटा कर क्रमश: 6-3, 6-2 की जीत के साथ मामला बराबर कर दिया. निर्णायक सेट में फेडरर ने अपना पूरा अनुभव झोंका और 5-2 की बढ़त भी बना ली, लेकिन इस दबावपूर्ण क्षण में भी जोकोविच ने फौलादी इरादे दिखाकर वापसी की और 7-5 के अंतर से सेट जीतकर फाइनल का टिकट कटा लिया.
इस वर्ष एक अदद ग्रैंड स्लैम खिताब से वंचित रहे फेडरर ने मुकाबले में अपनी पूरी कलाबाजी दिखायी और जोकोविच के आठ के मुकाबले 11 एस झोंके, लेकिन जोकेविच की 35 के मुकाबले उनकी 59 बेजां भूलें भारी पड़ी और उन्हें टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता देखना पड़ा.
जोकोविच ने अपने 48 विनर के साथ 12 में से छह ब्रेक प्वाइंट भुनाये जबकि फेडरर ने 490 विनर जड़े और पांच में से तीन ब्रेक प्वाइंट भुनाये. पूरे मैच में फेडरर ने आगे बढ़कर दबाव बनाया, लेकिन जोकोविच के जवाबी हमले को वह झेल नहीं पाये और टूर्नामेंट से बाहर होने पर मजबूर हो गये.