कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Diwali 2020 Maha Lakshmi Puja: दीपावली के दिन दीपावली के दिन महालक्ष्मी जी की विशेष पूजा होती है। इसके साथ ही गणेश भगवान और कुबेर जी की पूजा होती है। ज्योतिषाचार्य डाॅक्टर त्रिलोकी नाथ के मुताबिक दीपावली के दिन लक्ष्मी जी की विशेष पूजा होती है।शाम को गोधूली के बाद लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष विधान है। 17:28 से 20:07 तक प्रदोष काल है पूजा का शुभ मुहूर्त 17:28 से 19:24 तक है पूजा का समय 1 घंटा 56 मिनट का है इसमें पूजा पूर्ण कर लें। यदि देर हो गई हो तो इसमें पूजा का आरंभ अवश्य कर लें। 'लक्ष्म्यै नम:' 'इन्द्राय नम:' और 'कुबेराय नम:' से पूजन करें।
मां लक्ष्मी पूजन सामग्री
दिवाली पर महालक्ष्मी पूजन में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा, कमल गट्टे का माला, शमी का पत्ता, कुमुकम, रोली, पान, गंगाजल, धनिया, गुड़, फूल, फल, गेहूं, जौ, दूर्वा, सिंदूर, चंदन, पंचामृत, मेवे, दूध, बताशे, खील, श्वेस वस्त्र, जनेऊ, चौकी, इत्र, सुपारी, नारियल, चावल, इलायची, लौंग, कपूर, धूप, मिट्टी, अगरबत्तियां, रूई, दीपक, कलावा, दही, शहद, कलश, चंदन, चांदी का सिक्का, बैठने के लिए आसन, हवन कुंड, हवन सामग्री, आम के पत्ते आदि मुख्य सामग्री है। हवन में बेल की लकड़ी, सूखे नारियल का गोला, बिना चीनी की खीर और सफेद तिल डालना चाहिए।
मां लक्ष्मी की आरती...
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुम को निश दिन सेवत, हर विष्णु विधाता....
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता
सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
दुर्गा रूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि सिद्धि धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता
कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भव निधि की त्राता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
जिस घर तुम रहती सब सद्गुण आता
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
खान पान का वैभव, सब तुमसे आता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता
उर आनंद समाता, पाप उतर जाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
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