लखनऊ (पीटीआई)। अयोध्या में विवादित ढांचा ध्वंस मामले को लेकर प्रदेश की राजधानी में सीबीआई की एक विशेष अदालत आज सुबह 11 बजे के करीब अपना फैसला सुनाएगी। इस माैके पर मामले के आरोपी भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, एमएम जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह बुधवार को फैसला सुनाए जाने के समय ट्रायल कोर्ट में उपस्थित नहीं रहेंगे। वकील केके मिश्रा ने यह भी कहा कि राम जन्मभूमि न्यास के प्रमुख, नृत्य गोपाल दास, भी यहां सीबीआई की विशेष अदालत में उपस्थित होने की संभावना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक ये नेता स्वास्थ्य कारणों की वजह से अदालत में अनुपस्थित रहेंगे।
विनय कटियार समेत ये आरोपी नेता पहुंच चुके हैं अदालत
वहीं अन्य आरोपियों में से विनय कटियार, धरमदास, वेदांती, लल्लू सिंह, चंपत राय और पवन पांडे फैसले के ऐलान से पहले लखनऊ पहुंच चुके हैं। यह मामला 6 दिसंबर, 1992 का है। कहा जाता है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद को दिसंबर 1992 में 'कारसेवकों' द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने लगभग तीन दशक पुराने मामले में अपना फैसला सुनाने के लिए ट्रायल कोर्ट की समयसीमा 30 सितंबर तय की थी।
कई आरोपित इस केस का फैसले सुनने के वक्त जीवित नहीं
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अदालत ने निर्धारित तारीख तक सुनवाई पूरी करने के लिए दिन-प्रतिदिन की सुनवाई की थी। केंद्रीय एजेंसी ने अदालत के समक्ष साक्ष्य के रूप में 351 गवाह और 600 दस्तावेज पेश किए थे। विवादित ढांचा ध्वंस में 28 साल बाद फैसला आने से कई आरोपित केस का फैसले के वक्त जीवित नहीं हैं। मामले में 48 लोगों के खिलाफ आरोप तय किए गए थे, लेकिन अब तक 17 की मौत हो चुकी है।
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