नई दिल्ली (एएनआई)। दिल्ली में स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कल रविवार को कुछ नकाबपोश बदमाशों ने हमला कर दिया। इसमें जेएनयूएसयू के अध्यक्ष आइशी घोष सहित 18 से अधिक छात्र घायल हो गए हैं। दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में कल हुई हिंसा के संबंध में कई शिकायतें मिली हैं और जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।
Delhi: Latest visuals from Jawaharlal Nehru University (JNU) main gate. Violence broke out in the campus yesterday evening in which more than 20 people were injured. pic.twitter.com/45Zmv8Pnm2
— ANI (@ANI) January 6, 2020
कैंपस में हुए हमले के बाद स्टूडेंट काफी सहमे हुए
वहीं इस घटना के बाद आज सोमवार सुबह जेएनयू के बाहर स्थिति तनावपूर्ण लेकिन शांतिपूर्ण रही क्योंकि विश्वविद्यालय के गार्डों ने गेट पर कड़ी चौकसी बनाए रखी। घटना के बाद यहां पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात है। विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के आई-कार्ड की जांच की जा रही है। बता दें कि रविवार शाम कैंपस में हुए हमले के बाद स्टूडेंट काफी सहमे हुए हैं। विश्वविद्यालय में हुई हिंसा की कड़ी आलोचना हो रही है।
JNU Violence: हमले के बाद तनाव बरकरार, मायावती बोलीं शर्मनाक घटना की हो ज्यूडिशियल जांच#WATCH Delhi: 'Delhi police, go back' slogans raised during the flag march conducted by police inside Jawaharlal Nehru University (JNU) campus. pic.twitter.com/w5OYN3DAo0
— ANI (@ANI) January 5, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की है और एबीवीपी पर इस घटना का आरोप लगाया है। मैं एबीवीपी के गुंडों द्वारा हंगामा करने और रात में जेएनयू के हॉस्टल में घुसकर छात्रों की पिटाई की कड़ी निंदा करता हूं। दिल्ली पुलिस देखती रही। क्या भारत के गृह मंत्री जिम्मेदार नहीं हैं? गृह मंत्री को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए या इस्तीफा देना चाहिए।
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