एलेप्पो सीरिया में पिछले 33 महीने से जारी संघर्ष का मुख्य केंद्र रहा है.
उधर सीरिया के सूचना मंत्री का कहना है कि जनवरी में जिनेवा में होने वाली शांति वार्ता में अगर कोई अंतरिम सरकार बनने पर सहमति बनती है तो राष्ट्रपति बशर अल-असद उसका नेतृत्व करेंगे.
विपक्षी गुट असद के पद से हटने की मांग कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार जिनेवा में 22 जनवरी को शांति वार्ता होनी है.
सीरिया के सूचना मंत्री ओमरान अल ज़ौबी ने कहा कि अमरीकियों का कथित 'अरब स्प्रिंग प्रोजेक्ट' इस क्षेत्र में नाकाम हो गया है.
'अरब स्प्रिंग नाकाम'
ब्रिटेन में स्थित 'द सीरियन ऑब्ज़रवेट्री फ़ॉर ह्यूमन राइट्स' (एसओएचआर) का विपक्षी दलों से संपर्क हैं. उसका कहना है कि एलेप्पो पर हुए हमले में 18 लोग मारे गए हैं जिनमें से 10 सरकारी सैनिक थे.
एसओएचआर के अनुसार फ़ुरक़ान और मेरिडियन इलाक़ों में हुए हमले में कम से कम 30 लोग घायल भी हो गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार मार्च, 2011 में संघर्ष शुरू होने के बाद से 20 लाख से ज़्यादा सीरियाई देश छोड़कर भाग चुके हैं और करीब एक लाख लोग मारे गए हैं.
संघर्ष के शुरुआती दिनों में सीरिया की वाणिज्यिक राजधानी कहा जाने वाला शहर एलेप्पो हिंसा से बचा हुआ था.
लेकिन 2012 की गर्मियों में संघर्ष का केंद्र नाटकीय रूप से बदल गया और देश के उत्तर में स्थित यह शहर जंग के मैदान में बदल गया.
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