कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। आईपीएल 2022 का पहला बड़ा विवाद शुक्रवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स बनाम राजस्थान रॉयल्स मैच के दौरान हुआ। डीसी कप्तान रिषभ पंत ने मैच के आखिरी ओवर की तीसरी गेंद को नो बाॅल नहीं दिए जाने पर आपत्ति जताई। एक विवादास्पद अंपायरिंग निर्णय के बाद पंत ने अपने बल्लेबाजों रोवमैन पॉवेल और कुलदीप यादव को डगआउट में वापस बुलाने की कोशिश की। पंत ने अंपायरों से बात करने के लिए डीसी के सहायक कोच प्रवीण आमरे को भी मैदान पर भेजा।
क्या था विवाद
डीसी बनाम आरआर मैच के आखिरी ओवर में सामने आए इस ड्रामे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल हो रही हैं।
यह सब 20वें ओवर में तीसरी गेंद के बाद हुआ। ओबेड मैककॉय ने एक हाई फुल-टॉस गेंद फेंकी जिस पर डीसी बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल ने एक छक्का लगाया, जिससे अंतिम तीन गेंदों पर दिल्ली को 18 रन की जरूरत थी। पॉवेल और नॉन-स्ट्राइकर कुलदीप को ऑन-फील्ड अंपायर नितिन मेनन और निखिल पटवर्धन से पूछते हुए देखा गया कि उसे हाइट के चलते नो-बॉल क्यों नहीं दी गई।
नो बाॅल नहीं देने के चलते डीसी की हार
डीसी कप्तान पंत के डगआउट से जुड़ते ही चीजें तेजी से बढ़ने लगीं। गुस्से में दिखे पंत ने पहले पॉवेल और कुलदीप को अंपायरों से बहस जारी रखने को कहा। लेकिन जब मेनन और पटवर्धन इसे नो-बॉल न कहने के अपने फैसले पर अड़े रहे, तो पंत ने डीसी बल्लेबाजों को डगआउट पर लौटने का संकेत दिया। भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ने तब आमरे को मैदान के अंदर भेजा। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैदान पर पहुंचे, अंपायर मेनन से बात की और वापस आ गए। मैच अंत में फिर से शुरू हुआ और रॉयल्स को 15 रनों से जीत मिली।