एक टीवी इंटरव्यू के दौरान साउथ अफ्रीका के फॉरमर विकेटकीपर बैटसमैन ICC के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर डेविड रिचर्डसन ने 2015 के क्रिकेट वर्ल्ड कप टूर्नामेंट से पहले थॉट्स शेयर किए. डेविड इससे पहले तीन वर्ल्ड कप्स 2003, 2007 और 2011 के दौरान आईसीसी जरनल मैनेजर क्रिकेट के तौर पर काम कर चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में जब लास्ट टाइम 1992 में वर्ल्ड कप ऑग्रेनाइज हुआ था और सादथ अफ्रीका सेमीफाइनल में पहुंचा था तब रिचर्डसन उस टीम का हिस्सा थे.
रिचर्डसन ने कहा लास्ट छह महीनों से बल्कि और भी पहले से वो कई डॉमेस्टिक और इंटरनेशनल मैचेज में वो क्रिकेटर्स के बिहेवियर को क्लोजली वॉच कर रहे हैं और नोटिस किया है कि कई प्लेयर्स लिमिट क्रास कर जाते हें. वो एक दूसरे को जितनी देनी चाहिए वो नहीं देते जो कि बिलकुल सही नहीं है. इस लिए क्रिकेट कांउसिल ने अपनी रेफरीज और अंपायर्स की टीम के साथ बातचीत की है और क्लियर किया है कि वे फील्ड पर प्लेयर्स के बिहेवियर को देखें और उन्हें कंट्रोल में रहने के लिए कहें. इसके बावजूद अगर कोई क्रिकेटर रूल्स ब्रेक करता है तो उस पर स्ट्रिक्ट एक्शन लिया जाए.
रिचर्डसन ने बताया जिस तरह से लास्ट तीन या चार महीनों में मैदान पर मिस बिहेव करने के लिये क्रिकेटर्स के अगेंस्ट आईसीसी कोड ऑफ कंडेक्ट को फॉलों ना करने पर 12 एलिगेशन लगाये गये. वर्ल्ड कप में भी आईसीसी के रूल्स नहीं बदलेंगे और इतना ही स्ट्रिक्टली उन्हें फॉलो किया जाएगा. टूर्नामेंट से पहले सभी टीमों को मैच रेफरी इस बारे में क्लीयरली बता देंगे. आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान काउंसिल के सस्पेक्टेड बॉलिंग एक्शन से निबटने के लिये तैयार किए गए प्लान का भी रिचर्डसन ने खुलासा किया. उन्होंने कहा कि फिक्सिंग को लेकर कर भी आईसीसी काफी सख्त रहेगी और प्लेयर्स पर कड़ी नजर रखी जाएगी. एक दूसरे पर कमेंट करते हुए प्लेयर्स को ध्यान रखना होगा की वे बाउंड्री के बाहर कदम रख कर स्लेजिंग को हथियार की तरह यूज ना करें.
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