ये सब दूल्हे को पुलिस की हिदायत के बाद करना पड़ा.
दूल्हा पवन मालवीय दलित समाज से ताल्लुक रखते हैं और ये बात गांव के ऊंची जाति के लोगों को पसंद नहीं आ रही थी कि दलित दूल्हा घोड़ी पर निकले.
इसी वजह से उन्होंने बारात पर पथराव कर दिया.
इसके बाद पुलिस ने जहां पूरी बारात को सुरक्षा उपलब्ध करवाई वहीं दूल्हे को भी हेलमेट पहनाया गया.
बेरछा गांव के पवन मालवीय की शादी पूरालाल पड़ियार की बेटी आशा से हो रही थी.
इस तरह पहले भी हुआ है कि दलितों को गांव में घोड़ी पर नहीं बैठने दिया गया है इसके चलते पूरालाल पड़ियार ने इसकी लिखित शिकायत पहले ही रतलाम पुलिस अधीक्षक को कर दी थी.
पुलिस की सुरक्षा में ही पूरी शादी को अंजाम दिया गया.
ताल थाने के टीआई सुरेश बलराज ने बताया, “पुलिस ने इस मामले में 72 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है. अभी तक़रीबन 40 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.”