डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 8 August 2021 रविवार 8 अगस्त को अमावस्या तिथि 19:20:47 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

08 अगस्त 2021 दिन- रविवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:28:00

सूर्यास्तः- सायं 06:32:08

विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

अयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- श्रवण माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- अमावस्या तिथि 19:20:47 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि

तिथि स्वामीः- अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं।

नक्षत्रः- पुष्य नक्षत्र 09:30:00 तक तदोपरान्त अश्लेषा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं तथा अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं।

योगः- व्यतिपात 23:36:51 तक तदोपरान्त वरियन

दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 03:46:00 P.M से 05:26:00 P.M तक

राहुकालः- आज का राहुकाल 05:26:00 P.M से 07:07:00 P.M तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”