डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 5 June 2021 शनिवार को दशमी तिथि समाप्ति 6:15:00 तदोपरांत एकादशी है। दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी है। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। इस स्थिति में परवल कलंबी नहीं खाना चाहिए वह अन्नप्रासन विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गई है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

05 जून 2021 दिन- शनिवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:15:55

सूर्यास्तः- सायं 06:45:09

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- दशमी तिथि समाप्ति 6:15:00 तदोपरांत एकादशी

तिथि स्वामीः- दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी।

नक्षत्रः- रेवती 11:28:00तक तदोपरान्त अश्विनी नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा अश्विनी नक्षत्र के स्वामी केतु देव जी हैं।

योगः- सौभाग्य 03:03:06 तक तदोपरान्त शोभन

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:22:00 A.M से 07:07:00 P.M बजे तक।

राहुकालः- राहुकाल 08:51:00P.M से 10:35:00 P.M बजे तक।

तिथि का महत्वः- इस स्थिति में परवल कलंबी नहीं खाना चाहिए वह अन्नप्रासन विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गई है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”