डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 4 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 4 दिसंबर, अमावस्या तिथि 13:14:22 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
आज के दिन क्या करें और क्या न करें
04 दिसम्बर 2021 दिन- शनिवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:44:00
सूर्यास्तः- सायं 05:16:08
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
अयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- मार्गशीर्ष माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- अमावस्या तिथि 13:14:22 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि
तिथि स्वामीः- अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं।
नक्षत्रः- अनुराधा नक्षत्र 10:48:00 तक तदोपरान्त मूल नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं तथा मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव जी हैं।
योगः- सुकर्म 08:39:48 तक तदोपरान्त शूल
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:58:00 A.M से 08:16:00 A.M तक
राहुकालः- आज का राहुकाल 09:34:00 A.M से 10:52:00 A.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”