डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 30 May 2021 रविवार को चतुर्थी तिथि 08:13:00 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं। रविवार को भगवान सूर्य को तांबे के बर्तन में लाल चंदन गुण और लाल पुष्प को डालकर अर्घ्य देना चाहिए। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान खाकर या घी खाकर निकले। आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

30 मई 2021 दिन- रविवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:18:07

सूर्यास्तः- सायं 06:43:00

विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को तांबे के बर्तन में लाल चंदन गुण और लाल पुष्प को डालकर अर्घ्य देना चाहिए।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ मास

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- चतुर्थी तिथि 08:13:00 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं।

नक्षत्रः- उत्तरा अषाढा नक्षत्र 9:20:35 बजे तक तदोपरान्त श्रवण नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं तथा श्रवण नक्षत्र के स्वामी विष्णु देव हैं।

योगः- शुक्ल 08:28:41 बजे तक तदोपरान्त ब्रह्म

गुलिक कालः- आज का शुभ गुलिक काल 03:45:00 से 05:39:00 बजे तक

दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान खाकर या घी खाकर निकले।

राहुकालः- आज का राहुकाल 05:29:00 से 07:13:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।”