डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 july 2021 शनिवार, 3 जुलाई को नवमी तिथि 26:23:49 तक तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
03 जुलाई 2021 दिन- शनिवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:13: 00
सूर्यास्तः- सायं 05:47:00
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- वर्षा ऋतु
मासः- आषाढ़ माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- नवमी तिथि 26:23:49 तक तदोपरान्त दशमी तिथि
तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं।
नक्षत्रः- पूर्वा भाद्रपद 18:34:18 तक तदोपरान्त उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं तथा उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं।
योगः- प्रीति 26:22:14 तक तदोपरान्त आयुष्मान
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:27:00 से 07:11:00 बजे तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- राहु काल 08:56:00 से 10:40:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”