डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 29 May 2021 शनिवार को तृतीया तिथि 06:35:01 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा,कर्म, अन्नप्रासन व ग्रह प्रवेश शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

29 मई 2021 दिन-शनिवार का पंचांग तृतीया तिथि एवम चतुर्थी तिथि

सूर्योदयः- प्रातः 05:17:00

सूर्यास्तः- सायं 06:43:00

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- तृतीया तिथि 06:35:01 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि

तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।

नक्षत्रः- पूर्वा अषाढ़ा 02:30:26 तक तदोपरान्त उत्तरा अषाढ़ा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पूर्वाअषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी जी हैं तथा उत्तरा अषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य जी हैं।

योगः- शुभ 11:28:00 तक तदोपरान्त शुक्ल

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं ।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:24:00 A.M से 07:07:00 A.M तक

राहुकालः- आज का राहु काल 08:51:00 P.Mसे 10:58:00A.M तक

तिथि का महत्वः- तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा,कर्म, अन्नप्रासन व ग्रह प्रवेश शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”