डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 22 July 2021 गुरूवार 22 जुलाई को त्रयोदशी तिथि 13:33:47 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है।त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है । गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

22 जुलाई 2021 दिन- गुरुवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:20:00

सूर्यास्तः- सायं 06:40:19

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- आषाढ़ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- त्रयोदशी तिथि 13:33:47 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि

तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।

नक्षत्रः- मूल नक्षत्र 25:55:00 तक तदोपरान्त पूर्वा आषाढ़ा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तथा पूर्वा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं।

योगः- इन्द्र 12:44:51 तक तदोपरान्त वैधृति

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:01:00 से 10:44:00 तक

दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 02:10:00 से 03:52:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”