डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Raksha Bandhan 2021 Aaj ka Panchang: रविवार 22 अगस्त को पूर्णिमा तिथि 17:32:40 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है।पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
22 अगस्त 2021 दिन-रविवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:37:00
सूर्यास्तः- सायं 06:23:00
विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- वर्षा ऋतु
मासः- श्रावण माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- पूर्णिमा तिथि 17:32:40 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि
तिथि स्वामीः- पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं।
नक्षत्रः- घनिष्ठा 19:39:55 तक तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु हैं।
योगः- शोभन 10:32:37 तक तदोपरान्त अतिगंड
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 03:38:00 से 05:16:00 तक
दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 05:16:00 से 06:54:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
Raksha Bandhan 2021: 22 अगस्त को है रक्षाबंधन, जानें राखी बाधंने का शुभ मुहुर्त