डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 20 May 2021 शुक्रवार को दशमी तिथि 09:28:54 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि है। दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं। आज के दिन शाम के समय ईशान कोण या मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन की प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। आज के दिन पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

21 मई 2021 दिन- शुक्रवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:31:05

सूर्यास्तः- सायं 06:47:45

विशेषः- आज के दिन शाम के समय ईशान कोण या मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन की प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- वैशाख माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- दशमी तिथि 09:28:54 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि

तिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।

नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 03:23:00 तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं।

योगः- हर्षण 09:08:00 तक तदोपरान्त वज्र

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:10:00 से 08:52:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें ।

राहुकालः- आज का राहु काल 10:35:00 से 12:17:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”