डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 20 February 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। रविवार 20 फरवरी को चतुर्थी तिथि 21:06:58 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

20 फरवरी 2022 दिन- रविवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:22:00
सूर्यास्तः- सायं 05:38:00
विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- फाल्गुन मास
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- चतुर्थी तिथि 21:06:58 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं।
नक्षत्रः- हस्त नक्षत्र 16:42:52 बजे तक तदोपरान्त चित्रा
नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं चित्रा नक्ष्रत्र के स्वामी मंगल देव जी है।
योगः- शूल 15:06:38 बजे तक तथा गंड ।
गुलिक कालः- आज का शुभ गुलिक काल 03:24:00 से 04:49:00 बजे तक
दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 04:49:00 से 06:14:00 बजे तक
तिथि का महत्वः- आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।”