डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 18 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 18 दिसंबर, चतुर्दशी तिथि 31:25:44 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

18 दिसम्बर 2021 दिन- शनिवार का पंचांग चतुर्दशी तिथि एवं पूर्णिमा

सूर्योदयः- प्रातः 06:47:00

सूर्यास्तः- सायं 05:13:00

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- मार्गशीर्ष माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 31:25:44 तक तदोपरान्त अगले दिन पूर्णिमा तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।

नक्षत्रः- रोहिणी नक्षत्र 13:48:35 तक तदोपरान्त मृगशिरा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं।

योगः- साध्य 09:10:00 तक तदोपरान्त शुभ

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:07:00 A.M से 08:25:00 A.M तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहु काल 09:42:00 से 11:00:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”