डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 15 July 2021 गुरूवार 15 जुलाई को षष्ठी तिथि 03:39:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है।षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

15 जुलाई 2021 दिन- गुरुवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:16:00

सूर्यास्तः- सायं 06:44:00

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- आषाढ़ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- षष्ठी तिथि 03:39:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि

तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं

नक्षत्रः- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र 27:21:00 तक तदोपरान्त हस्त नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तथा हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र जी हैं।

योगः- वरिनय 11:42:59 तक तदोपरान्त परिघा

दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:59:00 से 10:43:00 तक

राहुकालः- आज का राहु काल 02:10:00 से 03:53:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”