डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 14 October 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 14 अक्टूबर 2021को नवमी तिथि 18:53:00 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
आज के दिन क्या करें और क्या न करें
गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
14 अक्टूबर 2021 दिन- गुरुवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:15:00
सूर्यास्तः- सायं 05:45:00
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- भाद्र माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- नवमी तिथि 18:53:00 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि
तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है।
नक्षत्रः- उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र 09:36:00 तक समाप्ति तदोपरान्त श्रवण नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तथा श्रवण नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव है।
योगः- धृति 25:44:35 तदोपरान्त शूल
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:13:00 से 10:40:00 तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 01:33:00 से 03:00:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”