डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 14 July 2021 बुधवार 14 जुलाई को चतुर्थी तिथि 08:03:00 तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है।चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में मूली नही खाना चाहिए यह तिथि कोई मांगलिक करने के लिए शुभ नहीं मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

14 जुलाई 2021 दिन- बुधवार का पंचांग चतुर्थी तिथि एवं पंचमी तिथि

सूर्योदयः- प्रातः 05:16:00

सूर्यास्तः- सायं 06:44:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- आषाढ़ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्थी तिथि 08:03:00 तक तदोपरान्त पंचमी तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं।

नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 27:21:45 तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी हैं तथा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव जी हैं।

योगः- व्यतिपात 13:25:14 तक तदोपरान्त वरियन

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:43:00 से 12:26:00 तक

राहुकालः- आज का राहु काल 12:26:00 से 02:10:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में मूली नही खाना चाहिए यह तिथि कोई मांगलिक करने के लिए शुभ नहीं मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”