डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 13 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 13 नवंबर को नवमी तिथि 09:36:00 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी मां दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

13 नवम्बर 2021 दिन- शनिवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:35:00

सूर्यास्तः- सायं 05:25:00

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमंत ऋतु

मासः- कार्तिक माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- नवमी तिथि 09:36:00 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि

तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है।

नक्षत्रः- शतभिषा नक्षत्र 15:25:43 तक समाप्ति तदोपरान्त पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु देव है।

योगः- व्याघात 26:15:00 तक तथा हर्षण

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:41:00 से 08:01:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहु काल 26:23:00 से 10:44:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”