डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 11 September 2021: शनिवार 11 सितंबर को पंचमी तिथि 19:38:00 तक तदोपरान्त षष्ठी तिथि है। पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं तथा षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं। आज के दिन हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मन का जाप करने से भय नहीं लगता हैं और समस्त बिगड़े काम बनने लगते है। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। यह तिथि समस्त शुभ कार्यों के लिए शुभ है तथा इस तिथि में ऋण किसी भी कीमत पर न दें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

11 सितंबर 2021 दिन- शनिवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:52:00

सूर्यास्तः- सायं 06:08:00

विशेषः- आज के दिन हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मन का जाप करने से भय नहीं लगता हैं और समस्त बिगड़े काम बनने लगते है।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शरद ऋतु

मासः- भाद्र माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- पंचमी तिथि 19:38:00 तक तदोपरान्त षष्ठी तिथि

तिथि स्वामीः- पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं तथा षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं।

नक्षत्रः- स्वाति नक्षत्र 11:23:00 तक तदोपरान्त चित्रा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु जी हैं।

योगः- इंद्र 14:40:20 तक तदोपरांत वैधृति

दिशाशूलः-आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:03:00 से 7:37:00 तक

राहुकालः- आज का राहु काल 09:10:00 से 10:44:00 तक

तिथि का महत्वः- यह तिथि समस्त शुभ कार्यों के लिए शुभ है तथा इस तिथि में ऋण किसी भी कीमत पर न दें।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”