डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 11 March 2021 गुरुवार को त्रयोदशी तिथि 14:40:40 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। इस तिथि में बैंगन नहीं खाना चाहिए और यह तिथि अन्नप्राशन, गृह प्रवेश, विवाह आदि कार्यो के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
Maha shivratri 2021 - 11 मार्च, गुरुवार 2021 दिन- गुरुवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:15:12
सूर्यास्तः- सायं 05:00:36
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- त्रयोदशी तिथि 14:40:40 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि
तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।
नक्षत्रः- घनिष्ठा नक्षत्र 21:45:45 तक तदोपरान्त शतभिषा
नक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव जी हैं तथा शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं।
योगः- शिवा 09:23:12 तक तदोपरान्त साध्य
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:33:00 से 11:02:00 तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- राहुकाल 02:00:00 से 03:29:00 बजे तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नहीं खाना चाहिए और यह तिथि अन्नप्राशन, गृह प्रवेश, विवाह आदि कार्यो के लिए शुभ मानी गयी है।
” हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना। ”