डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 06 Feb 2021 शनिवार को नवमी तिथि 08:14:12 तक तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

06 फरवरी 2021 दिन- शनिवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:44: 18

सूर्यास्तः- सायं 05:39:36

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शीत ऋतु

मासः- माघ माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- नवमी तिथि 08:14:12 तक तदोपरान्त दशमी तिथि

तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं।

नक्षत्रः- अनुराधा 17:18:17 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।

योगः- ध्रुव 16:36:25 तक तदोपरान्त व्यतिपात

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:06:00 से 08:28:00 बजे तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- राहु काल 09:51:00 से 11:13:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”