चेन्नई (आईएएनएस) तमिलनाडु में भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है, जिसके कारण चेन्नई और राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में मुख्य सड़कें और सबवे जलमग्न हो गए हैं। शहर में बचाव कार्य देख रहे अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों खासतौर पर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को खतरे वाले इलाकों से शिफ्ट करवा दिया गया है। मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया, बचाव कार्यों और प्रभावित लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं की निगरानी की है।
चेन्नई में 43 बाढ़ राहत सेंटर काम में जुटे
सीएम स्टालिन ने चेन्नई के कन्नप्पार थिडल में स्थापित एक बाढ़ राहत शिविर का भी दौरा किया। बचाव एवं राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं। स्टालिन के मुताबिक, भारी बारिश के बावजूद पिछली बार की तुलना में नुकसान कम हुआ है। राहत कार्य चलाने के लिए तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों से लगभग 5,000 श्रमिकों को चेन्नई में तैनात किया गया है। वर्तमान में राज्य भर में कम से कम 162 राहत केंद्र चल रहे हैं, जिनमें से 43 चेन्नई में मौजूद हैं। राज्य की राजधानी में संचालित 20 रसोई से भोजन की आपूर्ति की जा रही है। नई अपडेट के मुताबिक चक्रवात के प्रभाव के कारण सोमवार को सस्पेंड रहने के बाद चेन्नई हवाई अड्डे पर विमान सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं। हालाँकि, हवाई अड्डे के कर्मचारियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
भीषण चक्रवात मिचौंग आंध्र तट से टकराया
फिलहाल नइ अपडेट यह है कि भीषण चक्रवात मिचौंग के कारण आंध्र प्रदेश प्रशासन हाई अलर्ट पर है क्योंकि 'मिचौंग' ने मंगलवार दोपहर को बापटला के पास तटीय इलाकों में लैंडफॉल शुरु कर दिया है। मौसम विज्ञान विभाग ने पहले ही बता दिया था, चक्रवात मंगलवार सुबह 5.30 बजे नेल्लोर से लगभग 25 किमी उत्तर-उत्तरपूर्व, कवाली से 20 किमी पूर्व, बापटला से 110 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और मछलीपट्टनम से 170 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में केंद्रित था। जो लगातार आंध्र में दाखिल हो रहा है।
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