-एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के समक्ष देसी राइफल व 4 जिंदा गोलियों के साथ आत्मसमर्पण

-झार2ांड क्रांतिकारी संगठन के नाम चलाता था आपराधिक गिरोह

>ranchi@inext.co.in

RANCHI(15 Dec): आपराधिक गिरोह झारखंड क्रांतिकारी संगठन के सुप्रीमो जितेंद्र नायक ने शुक्रवार को रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के सामने देसी राइफल और 4 जिंदा गोलियों के साथ सरेंडर कर दिया। एसएसपी ने बताया कि 35 वर्षीय जितेंद्र नायक पहले पीएलएफआई का उग्रवादी था। जितेंद्र रांची के लापुंग का रहने वाला है। उसके खिलाफ रांची, गुमला, सिमडेगा तथा खूंटी में कई हत्या, डकैती, लूट एवं रंगदारी के मामले दर्ज हैं। 2007 में इसने पीएलएफआई से अलग होकर अपना अलग संगठन बना लिया था। जितेंद्र नायक पर विभिन्न जिलों के कई थानों में 25 मामले दर्ज हैं।

2014 में पीएलएफआई ने बोला था हमला

पीएलएफआई से अलग होकर अपना गिरोह बनाने वाले जितेंद्र नायक के लापुंग थाना के बड़ाखुरा स्थित आवास में वर्ष 2014 में पीएलएफआई उग्रवादियों ने हमला बोला। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के इशारे पर हुए हमले में जितेंद्र नायक के छोटे भाई सूरज नायक को गोली लगी थी। वहीं उसके दोस्त समीर पंडा की मौत हो गई थी। उस वक्त जितेंद्र नायक के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि महुआडांड गांव से समीर पंडा मेहमानी के लिए आया था।

बनाया था अलग गुट

जितेंद्र नायक पहले पीएलएफआई का ही सदस्य था। उसके जिम्मे कर्रा, बेड़ो और लापुंग का इलाका था, पर बाद में उसने पीएलएफआई से अलग होकर अपना गिरोह बना लिया था। यह गिरोह लेवी वसूली में लगा हुआ था। इस वजह से इस इलाके में पीएलएफआई का वर्चस्व कमजोर हो रहा था। ऐसे में पीएलएफआई सुप्रीमो के इशारे पर ही जितेंद्र नायक के घर पर हमला किया गया था।