-2009 में गांव में एक पिता ने तीन बेटियों को कर दिया था टुकडे़-टुकड़े
लक्सा के मिसिर पोखरा में हुई दर्दनाक घटना ने करीब दस साल पहले चौबेपुर में हुई इसी तरह की वारदात को ताजा कर दिया. उस घटना में भी एक निर्दयी बाप ने अपनी तीन बेटियों को गड़ासे से काटकर मौत की नींद सुला दिया था.
आर्थिक तंगी बनी थी कारण
चौबेपुर के कमौली में 2009 को बारह, नौ और पांच वर्षीय बेटियों को गड़ासे से काटने के बाद पिता घर के बाहर बैठा हुआ था. उस मामले में भी जो पुलिस की तफ्तीश में सामने आया था कि आर्थिक तंगी और आए दिन परिवार में किचकिच से ऐसा खौफनाक कदम उठाया था. इस कांड से बनारस सहित पूरा सूबा हिल गया था. एक बार फिर ऐसी घटना गुरुवार को सामने आई तो लोगों की रूंह कांप गई.
यह घटनाएं भी खौफनाक रही हैं
सारनाथ में एक महिला ने भी साल 2012 में पति से विवाद के बाद ऐसा खौफनाक कदम उठाया कि दो बच्चों के साथ आग लगा ली थी. इलाज के दौरान मां समेत तीनों की मौत हो गई थी. 20 मई 2012 में रोहनिया के मिल्कीचक में एक मां अपने तीन बच्चों संग ट्रेन के आगे कूद गयी थी. घर में पति से कलह के बाद उठाए गए इस खौफनाक कदम से पूरा इलाका दहल गया था. इस घटना को दो माह भी ठीक से नहीं बीते कि दस जुलाई 2012 में जंसा थाना के सत्तनपुर गांव में मां सावित्री ने दो बेटियां सविता छह वर्ष और अंतिमा चार वर्ष के साथ आग लगाकर जान दे दी थी.