स्कूल प्रशासकों के अमरीकन संघ ने 2009 में बेवरली हॉल को ‘साल का राष्ट्रीय अधीक्षक’ नामित किया था. अभियोजकों का दावा है कि यह वही साल है जिसमें बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की गई थी. इस मामले को देश का सबसे बड़ा घोटाला कहा जा रहा है.

इनाम नहीं चोरी
हॉल के अलावा स्कूल प्रशासकों, प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया गया है. अभियोग पत्र के मुताबिक, ”उत्तर पुस्तिकाओं में बदलाव किया गया, उन्हें गढ़ा गया और गलत ढंग से प्रमाणित किया गया.”

शिक्षकों पर आरोप है कि वो छात्रों के अंकों को बढ़ाने के लिए उत्तर पुस्तिकाओं में लिखे गए गलत जवाबों को मिटा दिया करते थे. और इस धांधली की वजह ये थी कि अगर छात्र परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करते थे तो अध्यापकों और प्रशासको को इनाम से सम्मानित किया जाता था.

हॉल को स्कूलों के परीक्षा अंक बढ़वाने के लिए उस साल 78,000 डॉलर यानि 42,33,840 रुपये का इनाम भी मिला था. फल्टन काउंटी के ज़िला अधिवक्ता पॉल हॉवर्ड का कहना है, “उन्हें जो पैसा मिला वो गलत ढंग से प्राप्त किया गया था, इसलिए यह चोरी है.”

हॉल पर धोखाधड़ी, ग़लतबयानी करने, चोरी और झूठी शपथ खाने के आरोप लगाए गए हैं. हॉवर्ड के अनुसार अगर दोष सिद्ध हो गया तो उन्हें और बाकियों को 45 साल जेल की सज़ा मिल सकती है.

जॉर्जिया के गवर्नर नाथन डील के कार्यालय द्वारा करवाई गई जांच में 2009 में अटलांटा के 56 में से 44 स्कूलों में धोखाधड़ी पकड़ी गई. जांच रिपोर्ट के अनुसार लक्ष्य पूरा करने के दबाव के चलते आंकड़ों पर आधारित व्यवस्था ने धोखाधड़ी को प्रेरित किया.

साल 2011 में सरकारी जांच रिपोर्ट में कहा गया, “नैतिक प्रशासन के संदर्भ में अटलांटा के सभी पब्लिक स्कूलों में नेतृत्व पूरी तरह से विफल रहा है.” जांच के दौरान हॉल ने 12 साल तक अटलांटा के पब्लिक स्कूलों की अधीक्षक रहने के बाद इस्तीफ़ा दे दिया.

उनके उत्तराधिकारी एरोल डेविस ने दावा किया कि स्कूलों के 95 प्रतिशत कर्मचारी इस धोखाधड़ी में शामिल नहीं थे. उन्होंने कहा कि अब धोखाधड़ी रोकने के लिए स्कूल सिस्टम में गहन प्रशिक्षण और अन्य सुरक्षा उपाय शामिल किए गए हैं.

नुकसान तो बच्चों का
अटलांटा के एक पब्लिक स्कूल की छात्रा की मां जस्टिना कॉलिन्स कहती हैं कि उनकी बेटी को पढ़ने में दिक्कत होती थी फिर भी उसके मानकीकरण परीक्षा में अच्छे अंक आए थे.

जब उन्होंने इस बारे में सवाल किया तो तत्कालीन स्कूल अधीक्षक हॉल ने कहा, “सीधी बात है तुम्हारी बेटी उन लोगों में से है जो परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करती हैं.”

कॉलिन की बेटी अब नवीं क्लास में है लेकिन उसकी पढ़ाई का स्तर पांचवीं कक्षा का है. हॉवर्ड का कहना है कि इस धोखाधड़ी का असली शिकार तो बच्चे हुए हैं.

 

 

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