आगरा (आईएएनएस)। कोरोना वायरस संकट से उत्तर प्रदेश के आगरा का बुरा हाल है। आगरा प्रशासन ने सोमवार को कहा कि गांवों और शहरी केंद्रों के बीच आवाजाही 31 मई तक निलंबित रहेगी, क्योंकि कोरोना के पिछले 24 घंटे में 4 नए मामले सामने आए हैं और यहां अब तक कुल पीड़ितों की संख्या 807 तक पहुंच गई। रविवार को पुलिस के प्रवासियों की भीड़ को पीछे धकेलने की कोशिश की क्योंकि उत्तेजित भीड़ ने कचरे के ढेर में आग लगाने के साथ ही राजमार्ग को जाम कर दिया था।
कोरोना वायरस मूल रूप से एक शहरी बीमारी है
ग्वालियर रोड पर कई ग्रामीणों के साथ वहां मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता सोनवीर सिंह ने आईएएनएस को बताया, अधिकांश युवा हैं। वे किसी भी कीमत पर अपने घरों तक पहुंचने के लिए बेताब हैं। कुछ लोगों ने उन्हें बताया कि कोरोना वायरस मूल रूप से एक शहरी बीमारी है और इससे ग्रामीण क्षेत्र सुरक्षित हैं। कई लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे शहरी बस्तियों में वापस नहीं आएंगे चाहे अब जो हो जाए। हमारे गांवों में प्रवासियों और मुफ्त राशन की आपूर्ति के लिए मनरेगा कार्ड जारी किए जा रहे हैं।
लॉकडाउन 4.0 को सख्ती से लागू करने का निर्देश
जिला मजिस्ट्रेट पीएन सिंह ने कहा कि रविवार को घर लौटने के साथ रिकवरी दर में काफी सुधार हुआ था, लेकिन कोरोना वायरस का मुकाबला करने के प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ी जा सकती है। अभी जो लोग ताज शहर के 44 हाॅट स्पाॅट में लाॅकडाउन की स्थिति से कुछ राहत की उम्मीद कर रहे थे वे निराश हैं। आगरा में पुलिस को लॉकडाउन 4.0 को सख्ती से लागू करने के लिए निर्देशित किया गया है ताकि संक्रमण की सीरीज को काट दिया जा सके। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी बस स्टैंड पर भोजन के पैकेट, पानी की बोतल के लिए अतिरिक्त व्यवस्था कर रहे हैं।
प्रवासियों को मुफ्त में जूते और चप्पल प्रदान किए
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रवासियों को मुफ्त में जूते और चप्पल प्रदान किए, जबकि एक अन्य ने मुफ्त भोजन सेवा का आयोजन किया स्वास्थ्य सुविधाओं के व्यापक आधार पर बहुत काम किया जाना बाकी है।पीएन सिंह ने कहा कि L-1 और L-2 स्तर के अस्पतालों की संख्या बढ़ानी होगी। सभी हेल्पलाइन नंबर चालू हैं और लोग आसानी से चिकित्सा सुविधाओं या डॉक्टरों से परामर्श कर सकते है।
चौथे चरण में प्रशासन बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएगा
डिविजनल कमिश्नर अनिल कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के चौथे चरण में प्रशासन बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और आवश्यक आपूर्ति मुहैया कराएगा। एसएसपी बबलू कुमार ने स्पष्ट किया कि केवल एक व्यक्ति को दोपहिया वाहन का उपयोग करने की अनुमति होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए हाॅट स्पाॅट में में पुलिसिंग तेज कर दी जाएगी। वहीं आगरा में कोरोना से ठीक किए गए मामलों की संख्या 547 है और इस बीमारी से हुई माैतों की संख्या 27 है।
National News inextlive from India News Desk