नई दिल्ली (आईएएनएस)। Coronavirus (COVID-19) दुनिया भर में तेजी से फैल है। इसने भारत में 75 लोगों को संक्रमित किया है और इससे वैश्विक स्तर पर 4,500 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इसी बीच, डॉक्टरों ने सलाह दी है कि नियमित रूप से हाथ धोने के अलावा, हर 90 मिनट में अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर से अपने स्मार्टफोन को कीटाणुरहित करना भी जरुरी है। फरीदाबाद के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में विभागाध्यक्ष रवि शेखर झा ने कहा कि अपने स्मार्टफोन को कीटाणुरहित करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप नियमित रूप से डॉक्टर की स्परिट या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग कम से कम हर 90 मिनट में करें।
ब्लूटूथ डिवाइस का करें उपयोग
झा ने आईएएनएस को बताया, 'अपनी आंखों, मुंह या नाक को छूने से बचें। सबसे अच्छा विकल्प एक फोन कवर या ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करना है और अपने फोन को यथासंभव कम छूने की कोशिश करना है। हम आपके फोन को दिन में कम से कम दो बार साफ करने की सलाह भी देंगे।' गैजेट इंश्योरेंस प्रोवाइडर, Insurance2Go द्वारा 2018 में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, स्मार्टफोन की स्क्रीन में टॉयलेट सीट की तुलना में तीन गुना अधिक कीटाणु होते हैं। स्टडी में बताया गया कि 20 में से एक स्मार्टफोन उपयोगकर्ता हर छह महीने में अपने फोन को साफ करते हैं।
फोन पर डालें सैनिटाइजर की कुछ बूंदें
वहीं, नई दिल्ली में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सीनियर कंसलटेंट ज्योति मुत्ता ने कहा, 'कोरोना वायरस के डर के समय में, स्मार्टफ़ोन को अल्कोहल-आधारित सैनिटाइजर रगड़ से भी कीटाणुरहित किया जाना चाहिए। एक छोटे से साफ कपास पैड पर सैनिटाइजर की कुछ बूंदें डालें और इसे अपने पूरे फोन पर सुरक्षित रूप से रगड़ें। आप इस प्रक्रिया को हर दिन शाम को घर वापस आने के बाद काम पर पूरे दिन और एक बार सुबह बाहर जाने से पहले दोहरा सकते हैं। बुनियादी सफाई बनाए रखें और दूसरे के फोन का उपयोग करने से बचने की कोशिश करें, खासकर अगर सांस की बीमारी या फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित हों क्योंकि इन नियमित गैजेट्स कीटाणुरहित करने का कोई दूसरा तरीका नहीं है।'