भोपाल, मध्य प्रदेश (एएनआई)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के कारण अब तक कुल 15 लोगों की मौत हुई है। उनमें 13 लोग ऐसे हैं, जो भोपाल गैस कांड से बच गए थे। भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन ने इस बात की जानकारी दी है। एएनआई से बात करते हुए, भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने कहा कि भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के साथ काम करने वाले संगठनों को यह आशंका थी कि जीवित बचे लोग कोरोना वायरस संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, 'हमने सरकार को 21 मार्च को ही सूचित कर दिया था कि यदि त्रासदी के पीड़ितों पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया तो लोग मर जाएंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि ज्यादातर पीड़ितों को फेफड़े, किडनी और हृदय से संबंधित समस्याएं हैं।'
मौत के बाद मिली कोरोना पीड़ित होने की जानकारी
ढींगरा ने आगे कहा, 'हैरान करने वाली बात यह है कि उनमें से किसी को भी कोरोना वायरस के बारे में जानकरी नहीं दी गई थी और सभी रिपोर्टिंग मौतों के बाद की गई है। इसका मतलब यह है कि जब वे अस्पताल पहुंचे तब तक बहुत देर हो चुकी थी और कम समय में उनकी मृत्यु हो गई।' जब उनसे पूछा गया कि संगठन को कैसे पता चला कि भोपाल में जो लोग मारे गए हैं, वे गैस त्रासदी के शिकार थे, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'हमने उन सभी के परिवारों के साथ बातचीत की है। हमने गैस त्रासदी के शिकार हुए लोगों से जुड़ी कुछ चीजों का पता लगाने की कोशिश की, तो हमें उनकी आईडी और अन्य संबंधित दस्तावेज मिले; दूसरा हमें उनकी उम्र और वे किन समस्याओं से पीड़ित थे, इसके बारे में पता चला।'
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