-अरविंद सुब्रह्मणयन, मुख्य आर्थिक सलाहकार
अरविंद सुब्रह्मणयन भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं। वह लंबे समय से कृषि अर्थव्यवस्था में सुधार और राजकोषीय घाटे को आर्थिक नीतियों के जरिए काबू करने पर काम कर रहे हैं। गरीबी कम करने के लिए 'यूनिवर्सल बेसिक इनकम' का सुझाव भी इन्हीं का है।
-हंसमुख अधिया
हंसमुख अधिया वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी हैं। इस साल पेश होने वाले बजट की टीम की अगुवाई इन्हीं के हाथों में है। देश में अहम कर सुधार जीएसटी लागू कराने में इन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। नोटबंदी लागू होने के बाद कालेधन पर लगाम कसने के सुझावों में भी इनकी भूमिका रही है। वह 1981 के गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी व वर्तमान में वित्त सचिव व सचिव राजस्व विभाग हैं।
- सुभाषचंद्र गर्ग
सुभाषचंद्र गर्ग आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव हैं। इन पर विकास, निजी निवेश और रोजगार बढ़ाने से जुड़ी नीतियों का जिम्मेदारी है। वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों का सचिव बनने से पहले ये विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं।
- नीरज कुमार गुप्ता
नीरज कुमार गुप्ता निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव हैं। इनके नेतृत्वब में सरकार ने विनिवेश लक्ष्य प्राप्त किया। इस साल के बजट में सरकार जो बडे़ फैसले लेगी उस खर्च की डोर इन्हीं के हाथ में है। इनका काम सरकार के बडे़ खर्चों के लिए वित्तीय इंतजाम करना है। ये 1981 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
- अजय नारायण झा
पहले अजय नारायण झा वित्त आयोग के सचिव थे अभी वह व्यय विभाग के सचिव हैं। कहा जा रहा है कि अगले साल के चुनावों के सरकार जमकर खर्च कर सकती है। ऐसे में खर्च और आमदनी के बीच का गणित सुलझाने की जिम्मेदारी इन्हीं की है। झा 1982 बैच के मणिपुर कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।
- राजीव कुमार
राजीव कुमार वित्त सेवा विभाग के सचिव हैं। इस बजट में इनका अहम काम लघु उद्योगों और मध्यम वर्ग के कारोबारियों को आसानी से ऋण दिलाने का होगा। बैंकों, बीमा और पेंशन को लेकर सुधार का भी जिम्मा होगा। वह 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
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