स्ट्राइक पर गई कैट्स
दिल्ली में एंबूलेस सर्विस 'कैट्स' के हड़ताल पर जाने से गंभीर संकट पैदा हो गया है. सरकार की निजीकरण योजना का विरोध करते हुए 102 नंबर एंबूलेंस सर्विस 'कैट्स' अनिश्चितकाल हड़ताल पर चली गई है. इस हड़ताल से अब तक 152 एंबूलेंस आउट ऑफ सर्विस हो गई हैं. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने कैट्स सेवा में 110 एंबूलेंस गाड़ियां शामिल करने की योजना बनाई है. इसके लिए सरकार ने टेंडर प्रोसेस को फॉलो करते हुए निजी क्षेत्र को मौका देने की कोशिश की थी. इसके विरोध में कैट्स के सैकड़ों ड्राइवर्स हड़ताल पर चले गए हैं. कैट्स ज्वॉइंट एक्शन कमेटरी के जनरल सेक्रेटरी सुरेंद्र सिंह चिकारा ने कहा कि जब तक टेंडर की प्रक्रिया समाप्त नहीं हो जाती तब तक कैट्स के 800 कर्मचारी वापस नहीं लौटेंगे.
ऑफिस खुलेगा लेकिन नही चलेगी एंबूलेंस
इस हड़ताल में कैट्स के सभी कर्मचारी सामान्य रूप से ऑफिस आएंगे लेकिन 102 नंबर पर आने वाले एंबूलेंस कॉल्स को रिसीव नहीं करेंगे. इसके साथ ही किसी भी कॉल पर एंबूलेंस नहीं. गौरतलब है कि 102 नंबर पर रोजाना लगभग 450 कॉल्स आती हैं जो हादसे में घायल लोगों या फिर प्रेगनेंट महिलाओं को हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए की जाती हैं. सिंधु बॉर्डर पर हुए एक एक्सीडेंट में घायलों को पुलिस की पीसीआर वैन ने हॉस्पिटल तक पहुंचाया. डॉक्टर्स ने कहा कि यदि कैट्स की एंबूलेंस इस व्यक्ति को लेकर अस्पताल आती तो मरीज की जान बच सकती थी.
नहीं हुआ मैराथन मीटिंग का फायदा
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