लगातार कंप्यूटर पर काम करने से है खतरा
जोन रीटानो अमेरिका के एक कॉलेज में इतिहास की प्रफेसर हैं। उन्होंने इतिहास की कई बेहतरीन किताबें लिखी हैं। जोन बाताती हैं कि जो लोग कंप्यूटर पर ज्यादा समय बिताते हैं। कभी-कभी तो दिन भर कंप्यूटर पर ही बैठे रहते हैं। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर के सामने बैठे रहने से आंख में धीरे-धीरे जलन सी महसूस होने लगती है। जिससे काम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। कुछ देर आराम करने पर थोड़ी राहत मिलती लेकिन कंप्यूटर पर काम के लिए लौटते ही फिर से दिक्कत होने लगती। जिनका काम कंप्यूटर के बगैर नहीं चल सकता है वो सभी इस बीमारी से पीडि़त हैं।
रीटानो कंप्यूजन विजन सिंड्रोम कहते हैं इस बीमारी को
इस बीमारी को रीटानो कंप्यूजन विजन सिंड्रोम कहते हैं। ऐसा नहीं है कि इस सिंड्रोम का शिकार एक दो लोग ही हैं। कोई भी व्यक्ति जो तीन घंटे से ज्यादा कंप्यूटर पर बैठता है उसको यह समस्या हो सकती है। दुनिया भर में 7 करोड़ से ज्यादा वर्कर्स को कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का खतरा है। नाइजीरिया और बोत्साना के आई केयर स्पेशलिस्ट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस सिंड्रोम से प्रभावित होने वालों की सूची में अकाउंटेंट्स, आर्किटेक्ट्स, बैंकर्स, इंजिनियर्स, फ्लाइट कंट्रोलर्स, ग्राफिक आर्टिस्ट्स, जर्नालिस्ट्स, अकैडमिशंस, सेक्रटरीज और छात्र शामिल हैं।