भारत को मिले 26 गोल्ड
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में पिछले 12 दिनों से चल रहा 21वां कॉमनवेल्थ गेम्स आखिरकार खत्म हो गया। 71 देशों ने इस टूर्नामेंट का हिस्सा रहे जिसमें भारत और पाकिस्तान भी शामिल था। भारत के नजरिए ये इस बार का कॉमनवेल्थ काफी यादगार गुजरा। भारतीय खिलाड़ियों के ऊपर सोने की खूब बरसात हुई, यह एथलीटों के बेहतर प्रदर्शन का ही परिणाम है कि भारत पदक तालिका में तीसरे नंबर पर रहा। भारत के खाते में कुल 66 मेडल आए। जिसमें 26 गोल्ड, 20 सिल्वर व 20 ब्रांज शामिल हैं। 2014 ग्लासगो में हुए पिछले कॉमनवेल्थ के मुकाबले भारत का इस बार गोल्ड रिकॉर्ड ज्यादा बेहतर रहा। भारत को ग्लासगो कॉमनवेल्थ में 15 गोल्ड मिले थे, जबकि इस बार 11 स्वर्ण पदक ज्यादा आए हैं।
पाकिस्तान को नहीं मिली चांदी भी
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान का 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में निराशजनक प्रदर्शन रहा। पाकिस्तान पदक तालिका में 24वें नंबर पर है। एक गोल्ड और चार ब्रांज सहित कुल 5 पदक पाकिस्तान के खाते में आए। वहीं सिल्वर मेडल तालिका की बात करें तो पाकिस्तान का खाता तक नहीं खुला, पाक खिलाड़ी चांदी जीतने में असफल रहे। देश को इकलौता गोल्ड मेडल मोहम्मद इनाम ने 86 किग्रा भार वर्ग की कुश्ती स्पर्धा में दिलाया, इनाम ने पहले भारत के सोमवीर को हराया फिर फाइनल में नाइजीरिय के मेलबिन बिबो को पटखनी देकर पीला तमगा हासिल किया।
युगांडा, केन्या जैसे देशों से भी पीछे पाकिस्तान
विश्व पटल पर पाकिस्तान का नाम भले ही काफी चर्चित रहता हो, मगर इस कॉमनवेल्थ गेम्स की पदक तालिका पर नजर डालें तो पाकिस्तान उन-उन देशों से पीछे है जो आबादी और क्षेत्रफल के लिहाज से पाकिस्तान के आधे भी नहीं हैं। इसमें पापुआ न्यू गिनी, समोआ, बाहमास, केन्या, नामीबिया और युगांडा जैसे देश शामिल हैं। इन देशों के एथलीटों ने पाकिस्तान से ज्यादा सोना तो नहीं जीता मगर चांदी में बाजी मार ली है।
ऑस्ट्रेलिया रहा नंबर वन
मेजबान ऑस्ट्रेलिया पदक तालिका में सबसे ऊपर है। कंगारु खिलाड़ियों ने अपने देश में खेलकर खूब पदक जीते। ऑस्ट्रेलिया को 198 पदक मिले है, जिसमें 80 गोल्ड, 59 सिल्वर और 59 ब्रांज शामिल हैं। इसके बाद दूसरा नंबर आता है इंग्लैंड का। इंग्लिश खिलाड़ियों ने विरोधियों को कड़ी टक्कर दी और कुल 136 मेडल अपने नाम किए। इसमें 45 गोल्ड, 45 सिल्वर और 46 ब्रांज मेडल शामिल हैं।