हिंदी से बढ़ेगी फुटबॉल दर्शकों की संख्या
इएसपीएन सॉफ्टवेयर इंडिया के मुख्य संचालन अधिकारी विजय राजपूत ने कहा, ‘हमारा मानना है कि भारत में फुटबॉल के चाहने वालों की काफी बड़ी संख्या है और उसे बढ़ाया जा सकता है. खासतौर से इंग्लिश प्रीमियर लीग के मामले में, जो दुनिया में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लीग है. शुरुआत में हम हफ्ते में दो चुने हुए मैचों का प्रसारण हिंदी कमेंट्री में करेंगे. हमारा इरादा 2013-14 सत्र में करीब 100 मैचों का प्रसारण हिंदी कमेंट्री के साथ करने का है.’ हिंदी कमेंट्री की सुविधा इंग्लिश कमेंट्री के साथ ही उपलब्ध होगी. डूएल आडियो फीड सिस्टम के तहत डिजिटल/डीटीएच टीवी दर्शकों के पास यह सुविधा होगी कि वह अपनी पसंद की भाषा को चुन सकें.
नहीं बढ़ सकी फुटबॉल दर्शकों की संख्या
चैनल का मानना है कि प्रसारणकर्ताओं द्वारा अभी तक इंग्लिश कमेंट्री और ग्राफिक्स पर ज्यादा ध्यान देने की वजह से फुटबॉल के दर्शकों की संख्या में इजाफा नहीं हो सका. राजपूत ने कहा कि 85 प्रतिशत दर्शक हिंदी में कमेंट्री सुनना चाहते हैं. अगर हम उन्हें विश्व स्तरीय हिंदी कमेंट्री उपलब्ध कराएंगे तो शर्तिया इस खेल से ज्यादा से ज्यादा लोगों का जुड़ाव होगा. उन्होंने कहा कि हमने इस काम के लिए इंग्लैंड में रहने वाले भारतीय मूल के कमेंटेटरों को चुना है, जो इंग्लिश लीग की कमेंट्री हिंदी में करेंगे. राजपूत ने उम्मीद जताई कि खेल की बारीकियां अपनी भाषा में समझने से उसकी लोकप्रियता बढ़ेगी. स्टार स्पोट्र्स पिछले साल टेस्ट क्रिकेट की कमेंट्री हिंदी में शुरू कर एक नई पहल कर चुका है.