भारत के आसमान दिखे UFO
अक्सर ये अफवाहें उड़ती रहती हैं कि दूनिया के किसी हिस्से में दूसरे ग्रह के प्राणियों यानि एलियंस और उनके विमानों के प्रमाण पाये गए। कई बार आने वाली क्रैश यूएफओ और मृत एलियन के पोस्टमार्टम की खबरें भी लोगों में एक्साइटमेंट पैदा करती हैं। ऐसी ही घटनाओं की प्रमाणिकता जानने के लिए अमेरिका की सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (CIA) जांच करती है। इसी CIA की एक रिर्पोट ने खुलासा किया है कि भारत और उसके पड़ोसी देशों के आसमान पर उड़नतश्तरियों को उड़ता हुआ देखा गया है।
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ऑनलाइन डिक्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स से हुआ खुलासा
सीआईए ने पिछले दिनों 930,000 डिक्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स ऑनलाइन पोस्ट किए हैं जो कि अप्रैल 1968 के आसपास के हैं। इन दस्तावेजों में ये खुलासा हुआ है कि भारत और उसके पड़ोसी राष्ट्रों के आसमान में छह अज्ञात उड़ती हुई चीजें दिखाई दीं थीं। ये उड़ती हुई उड़न तश्तरियां लद्दाख, सिक्किम, भूटान और नेपाल में देखी गईं थी। एक रिपोर्ट के अनुसार इनमें से एक घटना 25 मार्च 1968 की रात की है जब नेपाल के कसकी के आसमान में चमकती हुई कुछ चीजें दिखाई दी थीं। रिपोर्ट के अनुसार ये धातु की एक तश्तरी के आकार की वस्तु थी। जिसका बेस लगभग छह फुट और ऊंचाई लगभग चार फीट थी। ये इलाका उत्तर पूर्व पोखरा से करीब पांच मील पर स्थित है। ऐसी ही एक और घटना 4 मार्च को लद्दाख में भी देखी गयी थी, जब दो धमाकों के साथ चमकदार सफेद रोशनी आसमान पर नजर आयी थी।
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अब विभाग इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेता
हालांकि अब अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां ऐसी बातों को उतनी गंभीरता से नहीं लेती और खास तवज्जो नहीं देतीं। इस बारे में यूएस सुरक्षा प्रतिष्ठान हाल के सालों में आने वाली ऐसी खबरों को सिरे से खारिज कर चुके हैं। इसके बावजूद सीआईए और यूएस एयर फोर्स ने 1950-60 के दशक में इन खबरों को महत्वपूर्ण माना था और खुफिया एजेंसी के विभाग ऑफिस ऑफ साइंटिफिक इंटेलीजेंस ने इनके अध्ययन के लिए सांटिफिक एडवाइडजरी पैनल का गठन भी किया था। हालाकि
दक्षिणी लद्दाख, नॉर्थ ईस्ट नेपाल, नॉर्थ सिक्किम और पश्चिम भूटान के आसमान में इन चमकती हुई चीजों की सूचना को सीआईए ने दूसरे देशों को साझा नहीं किया था।
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