14 हजार की लगी है ड्यूटी

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पोलिंग बूथों पर वाराणसी में 19 मई को मतदान होगा.

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पोलिंग बूथ पर चार मतदान कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है.

20

प्रतिशत कर्मचारियों को रिजर्व रखा जाता है.

14

हजार कर्मचारियों और टीचर्स की ड्यूटी इस बार चुनाव में लगाई गई है.

15

सौ अधिकारी और 12 हजार 5 सौ कर्मचारी इसमें शामिल हैं.

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चुनाव ड्यूटी से कार्यमुक्त होने के लिए मेडिकल बोर्ड के समक्ष पेश हुए कर्मचारी

बीमारी के नाम पर चुनाव ड्यूटी से कार्यमुक्त करने के आवेदनों की जांच के लिए बना है बोर्ड

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VARANASI

लोस चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, हालांकि अभी नामांकन में समय है, लेकिन प्रशासन की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं. इसी कड़ी में सरकारी कर्मचारियों और अध्यापकों की चुनाव ड्यूटी लगाने और उनकी ट्रेनिंग आदि की व्यवस्था में अधिकारी लगे हैं. इस बीच चुनाव ड्यूटी में नाम आने के बाद कर्मचारियों ने इससे बचने का प्रयास भी शुरू कर दिया है. इसमें काफी कर्मचारी ऐसे भी हैं जिन्होंने बीमारी का हवाला देकर चुनाव ड्यूटी से कार्यमुक्त करने की सिफारिश की है. ऐसे कर्मचारियों की बीमारी का पता लगाने के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने मेडिकल बोर्ड का गठन किया है.

दिखेगा नहीं तो वोटिंग कैसे कराएंगे

गुरुवार को विकास भवन में बोर्ड के सामने आए कर्मचारियों ने अपनी परेशानी बताई. किसी को शिकायत थी कि नजर कमजोर है तो वोटिंग कैसे कराएंगे? कोई खुद को कैंसर पीडि़त बता रहा था. किसी को किडनी की पॉब्लम थी तो कोई खुद को डायबिटिक बता रहा था. कोई कमजोर हड्डियों का हवाला देता नजर आया तो गर्भवती बीवी को अकेले छोड़ने को तैयार नहीं था. कई तो ऐसे भी आए जिन्हें भीड़ से एलर्जी है. गुरुवार तक चुनाव से ड्यूटी हटवाने के लिए करीब 72 आवेदन आए हैं.

रद हो जाती हैं छुट्टियां

चुनाव में ड्यूटी लगने के बाद मतदान से लेकर मतगणना तक कर्मचारी निर्वाचन कार्यालय से अटैच रहता है. इस दौरान छुट्टियां रद हो जाती हैं. इसे लेकर कर्मचारियों में खासी दहशत रहती है. हालांकि इस कार्य के लिए कर्मचारियों को अतिरिक्त राशि का भुगतान भी किया जाता है. बावजूद इसके अधिकतर कर्मचारी चुनाव में ड्यूटी से नाम कटवाने में लग जाते हैं.

लगा रहे बचने की जुगत

चुनाव से ड्यूटी हटवाने के लिए कोई बड़े अधिकारी को पकड़ रहा है तो कोई मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाकर सिफारिश कर रहा है. गुरुवार को मेडिकल बोर्ड में शामिल डॉ. संजय राय, डॉ. राहुल सिंह, डॉ. सत्यप्रकाश मोदनवाल, डॉ. अंकित सिंगला और डॉ. आरबी यादव के समक्ष कर्मचारियों ने हेल्थ का हवाला देकर ड्यूटी हटवाने की सिफारिश की. डाक्टरों की टीम मेडिकल सर्टिफिकेट के आधार पर अपनी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपेगी. इसके बाद वे चुनाव ड्यूटी को लेकर अंतिम निर्णय लेंगे.